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Showing posts from October, 2012

कम उम्र में ब्याह रोकेगा बलात्कार – स्त्री हित की सोच या दमन का नया तरीका?

खाप पंचायतें तो अपने फरमानों को लेकर चर्चा में रहती ही हैं लेकिन हाल ही में हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला ने राज्य में महिलाओं के प्रति बढ़ती यौन आपराधिक घटनाओं को नियंत्रित करने के लिए खाप पंचायतों के उस बयान या फिर यूं कहें फरमान को सही ठहराया है जिसके अनुसार लड़कियों का विवाह 15 वर्ष की उम्र में कर दिया जाना चाहिए। इससे जल्दी विवाह कर दिए जाने से उनके साथ होने वाली बलात्कार की घटनाओं पर भी लगाम लगाई जा सकती है। ओमप्रकाश चौटाला का यह बयान आते ही उनकी मानसिकता को लेकर कई सवाल खड़े हो गए। नारी सशक्तिकरण और उनके अधिकारों की पैरवी करने वाले लोगों के साथ-साथ महिलाओं के एक बड़े समूह को खाप पंचायतों के इस बयान पर चौटाला का स्वीकृति दे देना बिल्कुल रास नहीं आ रहा है। उनका कहना है कि हम 21वीं सदी में जी रहे हैं और हमें महिलाओं को शिक्षित और आत्मनिर्भर बनाने की तरफ ध्यान देना चाहिए। ऐसे में एक वरिष्ठ राजनीतिज्ञ की ऐसी सोच बेहद ओछी प्रतीत होती है। ऐसे लोगों का कहना है कि बलात्कार करने वाला व्यक्ति महिला की ना तो उम्र देखता है और ना ही उसे इस बात से कोई सरोकार होता है कि

भ्रष्टाचार के स्तंभ को उखाड़ने के लिए एकजूट हो

देश को अस्थिर करने का षड़यंत्र शुरू हो गया है। यह एक गंदी राजनीति का हिस्सा भी कहा जा सकता है। जिसे देखकर राजनीतिक नेताओं से घृणा होनी शुरू हो गई है। कांग्रेस, बीजेपी और इन दोनों में जबरदस्ती घुस रहेे अरविंद्र केजरीवाल है। जिन्हें हर हाल में जैसे-तैसे सत्ता पानी है। सीध्ो-साधे अन्ना हजारे का प्रयोग कर वे जनलोकपाल के लोक-लुभावने वायदों को भूल गए है। अब सिर्फ मिडिया के माध्यम से तीर चलाने है। जहां लगेंगे वहां कोई न कोई तो घायल होगा। देश की आम जनता को भ्रमित कर लोकतंत्र को खतरे में ड़ालना है। मैं अरविंद्र केजरीवाल का विरोधी नहीं हुॅँ , बल्कि भ्रष्टाचार के खिलाफ खड़े हर आंदोलन का समर्थन हुॅँ। क्योंकि आएं दिन मैं लोगों को प्रदर्शन, अपनी परेशानियों से जूझते देखता है। देखता हुॅँ कि किसप्रकार से आम आदमी बिना भ्रष्टाचार करें अपना काम नहीं करवा सकता। लेकिन केजरीवाल के कार्यक्रमों से बेहद खफा हुॅँ। क्योंकि वे कांग्रेस जैसी भ्रष्ट व्यवस्था को उखाड़ने की बजाए उसके खिलाफ खड़े लोगों को कमजोर कर रहे है। अपनी सत्ता भूख को मिटाने के लिए वह लोगों को भ्रमित कर रहे है। मित्रवर, चाहे गांधी जी और भगत सिंह के व