भारतीय सर्जिकल स्ट्राइक बनाम अमेरिकी सर्जिकल स्ट्राइक्स

भारत में शहीदों की कीमत क्या होती है? ये पिछले दिनों मोदी ने दुनिया को बता दिया है। दुश्मन के घर में घुसकर, दुश्मन की जमीन पर सेना ने आतंकियों के साथ-साथ पाकिस्तान की अकड़ को भी नेस्तनाबूद कर दिया। भारतीय सेना के सीमापार पीओके में सर्जिकल ऑपरेशन के बाद सर्जिकल ऑपरेशन को लेकर दुनिया भर की नजर भारत पर टिक गई है। सर्जिकल स्ट्राइक के लिए दक्ष अमेरिका, इजराइल भी भारतीय सर्जिकल स्ट्राइक के कायल हो गए है। आज हम आपको बताते हैं दुनिया के 5 मशहूर सर्जिकल स्ट्राइक्स या सर्जिकल ऑपरेशन के बारे में जिन्हें अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा मिली और इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गए। 

भारतीय सेना का म्यांमार में सर्जिकल ऑपरेशन
जून 2015 में 70 इंडियन आर्मी के सैनिकों की टीम ने म्यांमार के जंगलों में सर्जिकल ऑपरेशन किया और इस 40 मिनट के ऑपरेशन में 38 नागा उग्रवादियों को मौत के घाट उतार दिया और 7 उग्रवादी गंभीर रूप से घायल हुए। ये कार्रवाई भारत के चंदेल एरिया में 18 भारतीय सैनिकों के मारने के जवाब में की गई थी जिन्हें 4 जून 2015 को नागा उग्रवादियों ने मारा था। 

ओसामा बिन लादेन की हत्या
मई 2011 में अमेरिका की स्पेशल फोर्स ने पाकिस्तान के एबटाबाद में आईएसआई के सेफ हाउस में अल कायदा चीफ ओसामा बिन लादेन को मार गिराया। ये एक सुनियोजित हमला था जिसे सीआईए ने संचालित किया था और इसका कोड नेम नेप्च्यून स्पर, ऑपरेशन गिरोनिमो रखा गया था। 11 सितंबर 2009 में अमेरिका के वल्र्ड ट्रेड टॉवर को प्लेन टकराने के जरिए गिराए जाने के बाद अमेरिका ने कसम खाई थी कि वो इस कुख्यात आतंकी सरगना को मौत के घाट उतार रहेगा जो पूरी दुनिया के लिए सबसे बड़ा खतरा बनकर सामने आया था। 

खालिद शेख मोहम्मद की गिरफ्तारी: 
2003 में अमेरिकी सीआईए की अगुवाई में पाकिस्तान में एक सर्जिकल ऑपरेशन चलाया गया जिसमें खालिद शेख मोहम्मद समेत 3 आतंकवादियों को मारने के लिए सैनिक भेजे गए थे।  गौरतलब है कि खालिद शेख मोहम्मद 9:11 की साजिश रचने का मुख्य सूत्रधार माना गया था, इस सर्जिकल ऑपरेशन को पाकिस्तान के रावलपिंडी में चलाया गया और खालिद शेख मोहम्मद को गिरफ्तार करके ग्वाटेनामो की खाड़ी में गहन पूछताछ के लिए भेजा गया था। 

ब्लैक हॉक डॉन: सोमालिया
साल 1993 में अमेरिका स्पेशल फोर्स द्वारा सोमालियाई सिपहसालार मोहम्मद फराह एदिद को पकडऩे की कोशिशें बुरी तरह नाकामयाब हो गईं जब अमेरिका के 2 ब्लैक हॉक डॉन हेलिकॉप्टर मार गिराए गए, इसमें 18 अमेरिकी सैनिकों की मौत हो गई और 70 से ज्यादा घायल हो गए इसमें मोहम्मद फराह एदिद भाग निकलने में कामयाब रहा। जैसा कि सब जानते हैं कि ये सर्जिकल ऑपरेशन असफल रहा और इसके ऊपर बाद में ब्लैक हॉक डॉन के नाम से फिल्म भी बनी। 

बे ऑफ पिग इनवेजन:
साल 1961 में अमेरिकी राष्ट्रपति जॉन एफ कैनेडी ने सीआईए की अगुवाई में बे ऑफ पिग में क्यूबा के 1400 निर्वासितों को फिडेल कास्त्रों सरकार को गिराने के लिए एक ऑपरेशन चलाया था जिसे बुरी तरह असफल कर दिया गया। इतिहास गवाह है कि इस मिलिट्री ऑपरेशन का बहुत ही खराब अंत हुआ जिसमें 100 से ज्यादा सैनिक मारे गए और 1200 सैनिकों को बंधक बना लिया गया। इतिहास में ये घटना बे ऑफ पिग इनवेजन के नाम से चर्चित है। 

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